Headline
चिकित्सा शिक्षा विभाग को मिला वर्ष 2024 का ‘डॉ आरएस टोलिया स्मारक उत्कृष्ट पारदर्शी लोक प्राधिकारी’ सम्मान, आरटीआई क्लब देहरादून ने सचिव डॉ आर राजेश कुमार को सौंपा पुरस्कार
चिकित्सा शिक्षा विभाग को मिला वर्ष 2024 का ‘डॉ आरएस टोलिया स्मारक उत्कृष्ट पारदर्शी लोक प्राधिकारी’ सम्मान, आरटीआई क्लब देहरादून ने सचिव डॉ आर राजेश कुमार को सौंपा पुरस्कार
दोषपूर्ण, अपूर्ण और बिना नंबर प्लेट के वाहनो के विरुद्ध दून पुलिस का विशेष अभियान, 250 से अधिक वाहनों के किये चालान, 60 को किया सीज
दोषपूर्ण, अपूर्ण और बिना नंबर प्लेट के वाहनो के विरुद्ध दून पुलिस का विशेष अभियान, 250 से अधिक वाहनों के किये चालान, 60 को किया सीज
शीतकाल के लिए बंद हुए भगवान बदरीविशाल के कपाट
शीतकाल के लिए बंद हुए भगवान बदरीविशाल के कपाट
श्री महंत इंदिरेश अस्पताल के डॉक्टरों ने जांचा जिला कारागार के बंदियों का स्वास्थ्य
श्री महंत इंदिरेश अस्पताल के डॉक्टरों ने जांचा जिला कारागार के बंदियों का स्वास्थ्य
चारधाम यात्रा 2024 : कम समय के बावजूद उमड़ी श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड भीड़, सरकार के उम्दा यात्रा प्रबंधन से केदारघाटी सहित चारधाम मार्ग पर खूब फला फूला कारोबार
चारधाम यात्रा 2024 : कम समय के बावजूद उमड़ी श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड भीड़, सरकार के उम्दा यात्रा प्रबंधन से केदारघाटी सहित चारधाम मार्ग पर खूब फला फूला कारोबार
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने देहरादून स्थित एक निजी स्कूल के वार्षिकोत्सव में की शिरकत, कहा – दुनिया की 21वीं शताब्दी भारत की शताब्दी
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने देहरादून स्थित एक निजी स्कूल के वार्षिकोत्सव में की शिरकत, कहा – दुनिया की 21वीं शताब्दी भारत की शताब्दी
केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मनाया ‘राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस’
केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मनाया ‘राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस’
केदारनाथ उपचुनाव: मंत्री गणेश जोशी ने मणिगुह गांव में जनसंपर्क कर की भाजपा के पक्ष में मतदान की अपील
केदारनाथ उपचुनाव: मंत्री गणेश जोशी ने मणिगुह गांव में जनसंपर्क कर की भाजपा के पक्ष में मतदान की अपील
केदारनाथ उपचुनाव: नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत ने किया जनसम्पर्क
केदारनाथ उपचुनाव: नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत ने किया जनसम्पर्क

रामनवमी पर रामलला का हुआ सूर्य अभिषेक, भक्ति और विज्ञान के अद्भुत संगम को निहारती रही दुनिया 

रामनवमी पर रामलला का हुआ सूर्य अभिषेक, भक्ति और विज्ञान के अद्भुत संगम को निहारती रही दुनिया 

उत्तर प्रदेश। रामलला का सूर्य अभिषेक दोपहर 12 बजकर 01 मिनट पर हुआ। सूर्य की किरणें रामलला के चेहरे पर पड़ीं। करीब 75 मिमी का टीका राम के चेहरे पर बना। दुनिया भक्ति और विज्ञान के अद्भुत संगम को भक्तिभाव से निहारती रही। यह धर्म और विज्ञान का भी चमत्कारिक मेल रहा। इस सूर्य तिलक के लिए वैज्ञानिकों ने कई महीने से तैयारी की थी। इसके लिए कई ट्रायल किए गए। आज दोपहर में जैसे ही घड़ी में 12 बजकर 01 मिनट हुए सूर्य की किरणें सीधा राम के चेहरे पर पहुंच गईं। 12 बजकर एक मिनट से 12 बजकर 6 मिनट तक सूर्य अभिषेक होता रहा। पूरे पांच मिनट तक यह प्रक्रिया चली।

वैज्ञानिकों ने बीते 20 वर्षों में अयोध्या के आकाश में सूर्य की गति अध्ययन किया है। सटीक दिशा आदि का निर्धारण करके मंदिर के ऊपरी तल पर रिफ्लेक्टर और लेंस स्थापित किया है। सूर्य रश्मियों को घुमा फिराकर रामलला के ललाट तक पहुंचाया गया। सूर्य की किरणें ऊपरी तल के लेंस पर पड़ीं। उसके बाद तीन लेंस से होती हुई दूसरे तल के मिरर पर आईं। अंत में सूर्य की किरणें रामलला के ललाट पर 75 मिलीमीटर के टीके के रूप में दैदीप्तिमान होती रहीं और ये लगभग पांच मिनट तक टिकी रहीं। 

सूर्य तिलक के लिए आईआईटी रुड़की सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट ने एक खास ऑप्टोमैकेनिकल सिस्टम तैयार किया है। इसमें मंदिर के सबसे ऊपरी तल (तीसरे तल) पर लगे दर्पण पर ठीक दोपहर 12 बजे सूर्य की किरणें पडे़ंगी। दर्पण से 90 डिग्री पर परावर्तित होकर ये किरणे एक पीतल के पाइप में जाएंगी। पाइप के छोर पर एक दूसरा दर्पण लगा है। इस दर्पण से सूर्य किरणें एक बार फिर से परावर्तित होंगी और पीतल की पाइप के साथ 90 डिग्री पर मुड़ जाएंगी। 
दूसरी बार परावर्तित होने के बाद सूर्य किरणें लंबवत दिशा में नीचे की ओर चलेंगी। किरणों के इस रास्ते में एक के बाद एक तीन लेंस पड़ेंगे, जिनसे इनकी तीव्रता और बढ़ जाएगी। लंबवत पाइप जाती है। लंबवत पाइप के दूसरे छोर पर एक और दर्पण लगा है।  बढ़ी हुई तीव्रता के साथ किरणें इस दर्पण पर पड़ेंगी और पुन: 90 डिग्री पर मुड़ जाएंगी। 90 डिग्री पर मुड़ी ये किरणें सीधे राम लला के मस्तक पर पड़ेंगी। इस तरह से राम लला का सूर्य तिलक पूरा होगा।
दोपहर 12 बजे से राम का जन्मोत्सव मनाया गया। केदार, गजकेसरी, पारिजात, अमला, शुभ, वाशि, सरल, काहल और रवियोग बने। आचार्य राकेश तिवारी ने बताया कि वाल्मीकि रामायण में लिखा है कि रामजन्म के समय सूर्य और शुक्र अपनी उच्च राशि में थे। चंद्रमा खुद की राशि में मौजूद थे। इस साल भी ऐसा ही हो रहा है। आचार्य राकेश के अनुसार, ये शुभ योग अयोध्या सहित पूरे भारत की तरक्की के मार्ग प्रशस्त करेंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top